एक बीज उड़कर आया, और मिट्टी में समाया, मिट्टी ने उसे जगह दी, जीने की नई वजह दी,
पेड़
एक बीज उड़कर आया,
और मिट्टी में समाया,
मिट्टी ने उसे जगह दी,
जीने की नई वजह दी,
उसने अपनी जड़े जमायी,
शाखाओं पर कोंपल आयी,
तने से तना रहा अटल,
जरूरत उसकी प्रकाश व जल,
दे लकड़ी, फल, फूल, पत्ते, शुद्ध हवा,
प्रदूषण रोकथाम की ये है दवा,
दसपुत्रो के तुल्य होता है एक पेड़,
हे मानव,जाग तू प्रकति को न छेड़,,,,,
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